अब सऊदी अरब को मिले तुर्की के बाद तेल और गैस के दो नए भंडार
रियाद. कोरोना वायरस महामारी के बाद आर्थिक मंदी से जूझ रहे सऊदी मंत्री के हवाले से एसपीए ने बताया है कि एक प्राकृतिक गैस फ़ील्ड अल-जॉफ इलाक़े में मिली है, सऊदी के ऊर्जा मंत्री प्रिंस अब्दुल अज़ीज़ बिन सलमान ने आधिकारिक सऊदी न्यूज़ एजेंसी एसपीए को ये जानकारी दी. इससे पहले तुर्की के राष्ट्रपति रेचैप तैय्यप अर्दोआन ने घोषणा की थी कि तुर्की ने काले सागर में अब तक का सबसे बड़ा प्राकृतिक गैस का भंडार ढूंढा है.सऊदी अरब को एक अच्छी खबर मिली है. सऊदी अरब की सरकारी तेल कंपनी अरामको ने देश के उत्तरी क्षेत्र में दो नई तेल और गैस फ़ील्ड की खोज की है.
अल-जउफ इलाके में मिले गैस भंडार को हदबत अल-हजरा गैस फील्ड और उत्तरी सीमाई इलाके के तेल भंडार को अबराक अल तालूल का नाम दिया गया है. जिसे हदबत अल-हजरा नाम दिया गया है. वहीं एक तेल और गैस फ़ील्ड उत्तर के सीमाई इलाक़े में मिली है, जिसे अबरक़ अल-तुलूल नाम दिया गया है. हदबत अल-हजरा से हर दिन 16 मीलियन क्यूबिक फ़ीट प्राकृतिक गैस और 1,944 बैरल कंडेनसेट का उत्पादन हो सकता है. वहीं अबरक़ अल-तुलूल से हर दिन क़रीब 3,189 बैरल अरब सुपर लाइट क्रूड निकल सकता है. साथ ही 1.1 मीलियन क्यूबिक फ़ीट गैस निकल सकती है.
प्रिंस ने कहा- खुदा का शुक्र
अरामको कंपनी गैस और ऑयल फील्ड में मिलने वाले तेल, गैस और कंडेंसेट की गुणवत्ता की जांच करना शुरू करेगी. प्रिंस अब्दुल अजीज ने बताया कि तेल और गैस भंडार के इलाके और आकार का सटीक पता लगाने के लिए और कुएं खोदे जाएंगे. प्रिंस ने देश को समृद्धि देने के लिए खुदा का शुक्रिया अदा किया. एसपीए के मुताबिक़, मंत्री ने बताया कि इसके अलावा एक अन्य मिली फ़ील्ड से रोज़ाना 2.4 मीलियन क्यूबिक फ़ीट प्राकृतिक गैस और 49 बैरल कंडेनसेट उत्पादन हो सकता है. प्रिंस ने देश को समृद्धि देने के लिए ख़ुदा का शुक्रिया अदा किया और कहा कि सऊदी अरामको दोनों फ़ील्ड का आकलन करना जारी रखेगी और उनसे निकलने वाले गैस और तेल की मात्रा निर्धारित करने के लिए कुएं खोदेगी.
सऊदी अरामको दुनिया की सबसे बड़ी तेल कंपनी है और दुनिया में रोजाना तेल उत्पादन के मामले में सबसे आगे है. इसका सबसे बड़ा बाजार एशिया है जहां कोरोना वायरस महामारी से पहले इसका 70 फीसदी निर्यात होता था. हालांकि, कोरोना वायरस में लॉकडाउन की वजह से तेल की खपत गिर गई और तेल की कीमतों में भी गिरावट आई. इससे, तेल आधारित सऊदी की अर्थव्यवस्था पर भी बुरा असर पड़ा है. वेनेजुएला के बाद सऊदी अरब के पास सबसे ज्यादा प्रामाणिक तेल भंडार हैं. दुनिया भर के तेल भंडार में सऊदी की हिस्सेदारी 17.2 फीसदी है. हालांकि, सऊदी के पास तेल के मुकाबले गैस भंडार कम हैं और वैश्विक गैस भंडार में उसकी हिस्सेदारी सिर्फ 3 फीसदी ही है.